Easy Learn Gender लिंग – Paribhasha, Bhed | Ling in Hindi in 2023

हैल्लो दोस्तों कैसे है आप सब आपका बहुत स्वागत है इस ब्लॉग पर। हमने इस आर्टिकल में Ling (लिंग) in Hindi डिटेल में पढ़ाया है जो कक्षा 5 से लेकर Higher Level के बच्चो के लिए लाभदायी होगा। आप इस ब्लॉग पर लिखे गए Ling (लिंग) in Hindi को अपने Exams या परीक्षा में इस्तेमाल कर सकते हैं


Ling-in-hindi
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ऊपर कौन-कौन से चित्र बनाए गए हैं, आप और हम अच्छी तरह पहचानते हैं।

“क्या आप बता सकते हैं कि इन सभी चित्रों में एक-एक चित्र पुरुषवाची (नर का बोध कराने वाला) और दूसरा स्त्रीवाची (मादा का बोध कराने वाला) है। ‘शेर’ पुरुषवाची शब्द है और ‘शेरनी’ स्त्रीवाची, कटोरा’ पुरुषवाची शब्द है और ‘कटोरी’ स्त्रीवाची, ‘बैल’ पुरुषवाची शब्द है जबकि ‘गाय’ स्त्रीवाची, ‘बकरा’ पुरुषवाची और ‘बकरी’ स्त्रीवाची।

इसी प्रकार ‘लड़का’ और ‘मोर’ क्रमशः पुरुषवाची शब्द हैं, जबकि लड़की’ और ‘मोरनी’ स्त्रीवाची शब्द हैं। व्याकरण में पुरुषवाची और स्त्रीवाची शब्दों को पुल्लिग और स्त्रीलिंग कहते हैं।

लिंग – Ling ki Paribhasha

जिससे पुरुष जाति और स्त्री जाति का बोध हो, उसे लिंग (Ling) कहते हैं।
जैसे – लड़का = पुरुष, लड़की = स्त्री

लिंग के भेद – Ling ke Bhed

लिंग के दो भेद होते है – There are two types of ling in Hindi.

  1. पुल्लिंग (Masculine)
  2. स्त्रीलिंग (Feminine)

पुल्लिंग – Masculine Gender in Hindi

जिस शब्द से पुरुष जाति का बोध हो उसे, पुल्लिग कहते हैं।
जैसे – लड़का, घोड़ा, शेर, राजा आदि।

स्त्रीलिंग – Feminine Gender in Hindi

जो शब्द स्त्री जाति का बोध कराए, उसे स्त्रीलिंग कहते हैं।
जैसे – लड़की, घोड़ी, शेरनी, रानी आदि।

पुल्लिंग की पहचान

  • वर्णमाला के अक्षर पुल्लिग होते हैं।
    जैसे – अ, उ, क, ख आदि अपवाद (Exception) इ, ई, ऋ। (2)
  • अनाजों के नाम पुल्लिग होते हैं।
    जैसे – गेहूं, बाजरा, चावल, तिल आदि। अपवाद-अरहर, मूंग, जुआर।
  • दिनों के नाम पुल्लिग होते हैं।
    जैसे – रविवार, सोमवार आदि।
  • महीनों के नाम पुल्लिग होते हैं।
    जैसे – जनवरी, बैसाख आदि।
  • ग्रहों के नाम पुल्लिग होते हैं।
    जैसे – सूर्य, चन्द्र, राहु आदि।
  • देशों के नाम पुल्लिग होते हैं।
    जैसे – भारत, चीन, रूस आदि ।
  • पर्वतों और समुद्रों के नाम पुल्लिंग होते है।
    जैसे – हिमालय, हिन्दमहासागर आदि।
  • प्राय: पेड़ों के नाम पुल्लिग होते हैं।
    जैसे – पीतल, शीशम आदि। अपवाद इमली, मौलसिरी।
  • अकारान्त तत्सम संज्ञाएँ प्रायः पुल्लिग होती हैं।
    जैसे – धन, जल, फल, धर्म, नाटक, आचरण आदि।
  • हिन्दी की आकारान्त संज्ञाएँ प्राय: पुल्लिग होती है।
    जैसे – छाता, पैसा, चमड़ा, चश्मा, गुस्सा आदि।
  • द्रव्य पदार्थों के नाम पुल्लिंग होते हैं।
    जैसे – लोहा, सोना, पानी, घी, तेल आदि।
  • आ, आव, पा, पन, न-ये प्रत्यय जिन शब्दों के अन्त में हों, वे प्रायः पुल्लिंग होते हैं।
    जैसे – मोटा, चढ़ाव, बुढ़ापा, लड़कपन, लेन-देन।

नित्य पुल्लिंग शब्द – कौआ, तोता, मच्छर, बिच्छु आदि।

स्त्रीलिंग की पहचान

  • नदियों और स्त्रियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – गंगा, यमुना, सतलुज, रावी, राधा, रमा, आदि। अपवाद, सोन, ब्रह्मपुत्र आदि।
  • तिथि और भाषाओं के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – पहली, दूसरी, हिन्दी, अंग्रेजी आदि।
  • संस्कृत के आकारान्त शब्द प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – लता, शोभा, सभा, प्रिया आदि।
  • ईकारान्त शब्द प्राय: स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – लड़की, कहानी, कटोरी, रोटी आदि अपवाद-पानी, मोती, हाथी।
  • इकारान्त शब्द अधिकतर स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – अग्नि, रात्रि, शान्ति आदि। अपवाद कवि , ऋषि।
  • जिन शब्दों के अन्त में डया आता है वे स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – खाटिया, लुटिया, कुटिया, चिड़िया आदि।
  • नक्षत्रों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – अश्विनी, रोहिणी, पृथ्वी आदि।
  • ‘ख’ अन्त वाले शब्द प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं।
    जैसे – ईख, भूख, चीख, कोख, आदि।
  • वे भाववाचक संज्ञाएँ जिनके अन्त में ट, वट, या हट होता है।
    जैसे – झंझट, बनावट चिकनाहट आदि।

नित्य स्त्रीलिंग शब्द – कोयल, जैसे- चील, मैना, छिपकली, मक्खी आदि।

लिंग – परिवर्तन – ling badlo in hindi

पुल्लिंग से स्त्रीलिंग

  • अकारान्त व आकारान्त पुल्लिंग शब्दों के अन्तिम ‘ या ‘‘ को ‘‘ कर देते हैं।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
लड़का लड़की
चाचाचाची
ब्राह्मण ब्राह्मणी
नानानानी
  • कुछ आकारान्त पुल्लिंग शब्दों के अन्तिम ‘‘ को इया कर दिया जाता है पर पहला स्वर ह्रस्व कर दिया जाता है।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
कुत्ता कुत्तिया
चूहा चुहिया
डिब्बा डिब्बिया
बूढ़ा बुढ़िया
लोटा लुटिया
  • कुछ संज्ञा शब्दों के अन्त में ‘आनी‘ लगाया जाता है।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
देवर देवरानी
सेठ सेठानी
जेठ जेठानी
नौकर नौकरानी
भव भवानी
  • कुछ अकारान्त संज्ञा शब्दों के अन्त में ‘नी‘ लगाया जाता है।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
मोर मोरनी
शेर शेरनी
जाट जाटनी
हाथी हथिनी
हंस हंसनी
  • कुछ संज्ञा शब्दों के अन्त में के स्थान पर ‘इनी‘ लगाया जाता है।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
स्वामी स्वामिनी
मनोहारी मनोहारिणी
अभिमानी अभिमानिनी
तपस्वी तपस्विनी
एकाकी एकाकिनी
  • कुछ ‘अंक‘ अन्त वाले संज्ञा शब्दों के स्थान पर ‘इका‘ लगाया जाता है।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
बालक बालिका
गायकगायिका
लेखक लेखिका
नायक नायिका
याचक याचिका
  • संस्कृत शब्दों के -अ‘ के स्थान पर ‘‘ लगा दिया जाता है।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
प्रिय प्रिया
बाल बाला
मुर्ख मुर्खा
सुत सुता
आचार्यआचार्या
  • कुछ शब्दों के अन्त में ‘ता‘ के स्थान पर ‘त्री‘ लगाया जाता है।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
नेता नेत्री
दाता दात्री
  • कुछ संज्ञा शब्दों के अन्त में ‘आन‘ के स्थान पर अती लगा दिया जाता है
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
श्रीमान श्रीमती
बलवानबलवती
पुत्रवान पुत्रवती
गुणवान गुणवती
महान महती
  • कुछ शब्दों के रूप बिल्कुल बदल दिये जाते हैं।
पुल्लिंगस्त्रीलिंग
राजा रानी
पिता माता
भाई बहन
ससुर सास
नर नारी

कुछ शब्दों में ‘नर‘ औरमादा‘ शब्द लगाया जाता है।

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
भेडिया मादा भेड़िया
नर चील चील
नर चींटी चींटी
खरगोश मादा खरगोश
नर कोयल कोयल

लिंग (Ling) – समस्या के समाधान का एक अचूक उपाय

ऊपर हमने पुल्लिंग के स्त्रीलिंग और स्त्रीलिंग शब्दों के पुल्लिंग शब्द बनाने के सर्वप्रथम सिद्धांतों की चर्चा की; किन्तु ये सभी नियम-सिद्धांत हिंदी-भाषी विद्यार्थियों को दृष्टि में रखकर बनाए गए हैं।

प्रायः अहिंदी भाषी विद्यार्थी इन नियम-सिद्धांतों से लाभ नहीं उठा पाते। स्त्रीलिंग और पुल्लिंग का निर्णय बच्चे प्रायः अपनी मातृभाषा के अनुसार ही करते हैं। उदाहरण के लिए गुजराती बच्चा कहेगा -” वह अपनी स्कूल जा रहा है। क्यों?

क्योंकि गुजराती बच्चा अपनी भाषा में स्कूल को ‘शाला’ कहता है जो स्त्रीलिंग है; अतएव उसके लिए ‘स्कूल’ शब्द भी स्त्रीलिंग है। ठीक इसी प्रकार बंगला, तमिल, तेलगू और कन्नड़ बच्चों को लिंग-निर्णय में कठिनाई आती है।

हम यहाँ आपको एक ऐसी आसान युक्ति बताते हैं जिससे आप सहज ही लिंग-निर्णय कर सकेंगे। युक्ति है:

  • जिस शब्द का ling ज्ञात करना हो उसका बहुवचन रूप बना लें। बहुवचन रूप के अन्त में यदि ‘आँ’ या ‘एँ’ आ रहा है तो वह शब्द स्त्रीलिंग है और यदि ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आ रहा है तो शब्द पुल्लिंग है।

उदाहरण के लिए निम्नलिखित शब्दों को देखिए:

शब्दबहुवचन‘आँ’ या ‘एँ’ आया हैलिंग-निर्णय
स्त्री स्त्रियाँ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
बच्चा बच्चे ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
पंखा पंखे ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
पुस्तक पुस्तके ‘एँ’ आया हैस्त्रीलिंग
खिड़की खिड़कियाँ ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
कटोरी कटोरियाँ ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
दरवाजा दरवाज़ें ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
पेड़ पेड़ ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
फूल फूल‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
पत्ता पत्ते ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
नदी नदियाँ ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
पहाड़ पहाड़ ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
पहाड़ी पहाड़ियाँ ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
हवा हवाएँ ‘एँ’ आया हैस्त्रीलिंग
रात रातें ‘एँ’ आया हैस्त्रीलिंग
रेल रेलें ‘एँ’ आया हैस्त्रीलिंग
स्कूल स्कूल ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
पेंसिल पेंसिल ‘एँ’ आया हैस्त्रीलिंग
बकरी बकरियाँ ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
कुत्ता कुत्ते ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग
रोटी रोटियाँ ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
कुर्सी कुर्सियाँ ‘आँ’ आया है।स्त्रीलिंग
चादर चादरें ‘एँ’ आया हैस्त्रीलिंग
बंदरबंदर ‘आँ’ या ‘एँ’ नहीं आयापुल्लिंग

तो दोस्तों आपको यह Ling (लिंग) in Hindi पर यह article कैसा लगा। कमेंट करके जरूर बताये। अगर आपको इस आर्टिकल में कोई गलती नजर आये या आप कुछ सलाह देना चाहे तो कमेंट करके बता सकते है।

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