हैल्लो दोस्तों कैसे है आप सब आपका बहुत स्वागत है इस ब्लॉग पर। हमने इस आर्टिकल में Vachya (वाच्य) Voice in Hindi डिटेल में पढ़ाया है जो कक्षा 5 से लेकर Higher Level के बच्चो के लिए लाभदायी होगा। आप इस ब्लॉग पर लिखे गए Vachya (वाच्य) Voice in Hindi को अपने Exams या परीक्षा में इस्तेमाल कर सकते हैं
निम्नलिखित वाक्यों को ध्यान से पढ़िए।
- मैं पत्र लिखता हूँ।
- मुझसे पत्र लिखा जाता है।
- वह फल खाता है।
- उससे फल खाया जाता है।
यहाँ ‘लिखता है’, ‘लिखा जाता है’, ‘खाता है’, ‘खाया जाता है’ आदि क्रिया के विभिन्न रूपों का विधान किया गया है। यह विधान व्याकरण में वाच्य कहलाता है।
Contents
वाच्य किसे कहते है – Vachya ki Paribhsha – Vachya Kise Kahte Hai
क्रिया के जिस रूप से यह बोध हो कि क्रिया का विधान कर्ता, कर्म अथवा भाव में किसके विषय में किया गया है, उसे वाच्य कहते हैं।
वाच्य के भेद – Vachya Ke Bhed
- कर्तृवाच्य (Active Voice)
- कर्मवाच्य (Passive Voice)
- भाववाच्य (ImpersonalVoice)
कर्तृवाच्य – Active Voice in Hindi
जिस वाच्य में क्रिया के लिंग और वचन कर्ता के अनुसार हों, उसे कर्तृवाच्य कहा जाता है अर्थात् जहाँ क्रिया का संबंध सीधा कर्ता के साथ हो, वहाँ कर्तृवाच्य होता है।
जैसे –
राम पुस्तक पढ़ता है।
सीता हँसती है।
ऊपर के वाक्यों में कर्ता ‘राम’ और ‘सीता’ हैं। यहाँ कर्ता की प्रधानता है। कर्ता की प्रधानता होने के कारण ‘पढ़ता है’, ‘हँसती है’ क्रियाओं में कर्तृवाच्य हैं।
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कर्मवाच्य – Passive Voice in Hindi
जहाँ क्रिया का संबंध सीधा कर्म से हो, वहाँ कर्मवाच्य होता है।
जैसे – राम द्वारा पुस्तक पढ़ी गई। सीता से हँसा गया।
ऊपर के वाक्यों में कर्म की प्रधानता है। उनकी रूप रचना भी कर्म के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार हुई है। अतएव इन वाक्यों में कर्मवाच्य है।
भाववाच्य – Impersonal Voice in Hindi
जहाँ क्रिया का संबंध न कर्ता से हो, न कर्म से, अपितु भाव से हो, वहाँ भाववाच्य होता है अर्थात् जहाँ क्रिया का भाव प्रधान हो।
जैसे – राम से पढ़ा नहीं जाता।
सीता से हँसा नहीं जाता।
यहाँ क्रियाओं का भाव ही प्रमुख है। क्रिया स्वतन्त्र है। अत: यहाँ भाववाच्य है।
वाच्य-परिवर्तन
कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य बनाना Active to Passive in Hindi
- कर्तृवाच्य की क्रिया को सामान्य भूतकाल में बदलना चाहिए।
- उस बदले हुए रूप के साथ काल, पुरुष, वचन और लिंग के अनुरूप ‘जाना’ क्रिया का रूप जोडना चाहिए।
- कर्ता के साथ ‘से’ अथवा के द्वारा’ का प्रयोग करना चाहिए।
- यदि कर्म के साथ ‘विभक्ति’ लगी हो, तो उसे हटा दो।
उदाहरण :
कर्तृवाच्य | कर्मवाच्य |
---|---|
सीता राखी बाँधती है। | सीता से राखी बाँधी जाती है। |
राम ने कहानी लिखी। | राम से कहानी लिखी गई। |
राम कहानी लिखेगा। | राम से कहानी लिखी जायेगी। |
कर्तृवाच्य से भाववाच्य बनाना – Passive to Impersonal in Hindi
- क्रिया को अन्य पुरुष तथा एकवचन में रखिए।
- कर्ता में विभक्ति चिह्न ‘से’ लगाइए।
- क्रिया को सामान्य भूतकाल में लाकर उसके साथ काल के अनुसार ‘जाना’ क्रिया का रूप लिखो।
जैसे :
कर्तृवाच्य | भाववाच्य |
---|---|
शेर तेज़ भागा। | शेर से तेज़ भागा जाता है। |
रमेश बिस्तर से नहीं उठता है। | रमेश से बिस्तर से नहीं उठा जाता। |
तो दोस्तों आपको यह Vachya (वाच्य) Voice in Hindi पर यह article कैसा लगा। कमेंट करके जरूर बताये। अगर आपको इस निबंध में कोई गलती नजर आये या आप कुछ सलाह देना चाहे तो कमेंट करके बता सकते है।
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